नमस्कार दोस्तों…आप तो जानते ही होंगे कि इस समय सभी पार्टियों की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। इसी के मद्देनजर हर पार्टी अपनी अपनी तैयारियों में जूट गयी है।
जैसा की फिलहाल सभी को पता है कि कोंग्रेस ने पीएम मोदी के विजयी रथ को रोकने के लिए महा गठबंधन का सहारा ले रही है। लेकिन आज हम आप को एक ऐसी खबर देने जा रहे है। जिस ने पूरी कोंग्रेस के अंदर हडकंप सा मचा दिया है।
लोकसभा चुनावों को देखते हुए सत्ताधारी बीजेपी ने वोटरों को रिझाने के लिए आक्रामक जनसंपर्क अभियान की भूमिका तैयार कर ली है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी ‘राष्ट्रवाद’ के साथ-साथ ‘जय जवान, जय किसान’ के नारों के साथ किसानों के साधने की रणनीति पर काम कर रही है।
बीजेपी ने स्वाधीनता सेनानियों के साथ ही शहीदों और पूर्व सैनिकों के परिवारों तक पहुंचने का फैसला किया है। इसके तहत 1947 के बाद जो भी जवान शहीद हुए हैं, उनके परिजनों या उनके स्मृति स्थल तक पहुंचकर उनका सम्मान किया जाएगा। पार्टी पूर्व सैनिकों तक भी पहुंचकर उनके योगदान के लिए उनको सराहेगी और सम्मानित करेगी।
बता दें कि 15 जनवरी से 3 मार्च तक चलने वाले अभियान के तहत जहां शहीदों और पूर्व सैनिकों के सम्मान के कार्यक्रम होंगे। वहीं हर गांव में किसान मोर्चा किसान सभा करेगा। विकास, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के कोर अजेंडे के जरिए चुनाव साधने के परंपरागत अजेंडे पर बीजेपी अब भी कायम है।
अभियान का आगाज 15 जनवरी को दिल्ली से राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम से होगा। 16 जनवरी को सभी जिलों में पूर्व सैनिकों के सम्मान के कार्यक्रम होंगे। इसके बाद 3 मार्च तक सम्मान कार्यक्रमों की श्रृंखला और नीचे तक पहुंचेगी।